मुहावरे और लोकोक्तियाँ में मुख्य अंतर जाने | Difference between Idioms and proverb

हेलो दोस्तों स्वागत है आपका एक नए लेख में जिसमे हम जानेंगे Muhavare aur Lokoktiyan mein antar क्या होता है। दोस्तों आपने जरूर इनके बारे में सुना होगा और हर रोज़ अपनी बोलचाल की भाषा में इनका प्रयोग भी करते होंगे। लेकिन क्या आपको इन दोनों मुहावरा और लोकोक्तियाँ में अंतर पता है। अगर आप दोनों में ठीक से अंतर नहीं समझ पाते तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़े आपकी सारी confusion ख़त्म हो जाएगी। तो चलिए जानते है Muhavare aur Lokoktiyan mein antar kya hai

मुहावरा क्या होता है | What is Idioms In Hindi

दोस्तों मुहावरा एक अरबी भाषा का शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ होता है अभ्यास करना या बातचीत करना। जब कोई वाक्यांश अपना असली अर्थ छोड़कर किसी लाक्षणिक अर्थ को व्यक्त करता है तो उसे मुहावरा कहते है।

जैसे आग बबूला होना अर्थात अत्यंत गुस्सा होना इसमें लाक्षणिक अर्थ गुस्सा होने को व्यक्त करता है।

मुहावरा की विशेषताएं | Properties of Idioms

  • मुहावरा प्रसंग के अनुरूप अर्थ देता है।
  • मुहावरा पूर्ण वाक्य नहीं होता बाकि वाक्यांश होता है।
  • मुहावरे का सामान्य अर्थ नहीं बल्कि विशिष्ट अर्थ लिया जाता है।

लोकोक्ति क्या होती है | What is Proverb in hindi

यह लोक + उक्ति शब्द से मिलकर बनी है। किसी घटना या कहानी से सम्बंधित अनुभव के सार को व्यक्त करने वाली लोक प्रसिद्ध उक्ति या कथन को लोकोक्ति कहते हैं। जैसे – अधजल गगरी छलकत जाये अर्थात आधी गागर हमेशा छलकती है।

लोकोक्तियों की विशेषताएं | Properties of Proverbs

  • यह पूर्ण वाक्य कहलाती है।
  • यह मुख्य रूप से जीवन पर आधारित होती है।
  • इसका उपयोग मुख्य रूप से कथन की पुष्टिकरण करने के लिए किया जाता है।

Muhavare aur Lokoktiyan mein antar kya hai

मुहावरा लोकोक्ति
मुहावरा पूर्ण वाक्य नहीं होता बाकि वाक्यांश होता है।यह पूर्ण वाक्य कहलाती है।
मुहावरा में पुरुष काल और वचन के अनुसार परिवर्तन हो जाता है इसमें पुरुष काल और वचन के अनुसार परिवर्तन नहीं होता है
यह क्रिया के रूप में कार्य कर सकते हैं यह क्रिया के रूप में कार्य नहीं कर सकते हैं
इसका कोई अन्य नाम नहीं है इसको ” कहावत ” भी कहते है
सामान्यतः मुहावरा वाक्य में छोटा होता है यह वाक्य में बड़ा होता है
मुहावरे के पीछे कोई घटना या प्रसंग नहीं होती। लोकोक्ति के पीछे कोई घटना या प्रसंग होती है ।
मुहावरे का प्रयोग कभी भी उसके मूल अर्थ में नहीं होता लोकोक्ति का अपना एक साधारण अर्थ होता है।
मुहावरे का प्रयोग केवल गद्य के रूप में किया जाता है मुहावरे का प्रयोग केवल गद्य और पद्य दोनों के रूप में किया जाता है
इनमे उद्देश्य और विधेय दोनों का होना अनिवार्य नहीं है इसमें उद्देश्य और विधेय दोनों का होना अनिवार्य है
मुहावरे को अंग्रेजी में ” Idioms ” कहते हैं लोकोक्ति को अंग्रेजी में ” Proverb ” कहते है

20 प्रसिद्ध मुहावरे | Famous idioms in hindi

  • ईद का चाँद होना – बहुत दिनों बाद दिखाई पड़ना
  • आँख का नीर ढल जाना – निर्लज्ज हो जाना
  • दाम लगाना – मूल्य आँकना
  • कच्चे घड़े से पानी भरना – ठीक ढंग से काम न करना
  • शैतान की आँत – बहुत लम्बी वस्तु
  • हाथ ऊँचा होना – दान आदि के लिए मन में उदारता का भाव होना
  • तीन तेरह होना – तितर बितर होना
  • छक्के छुड़ाना – हारना
  • पौ बाहर होना – लाभ ही लाभ होना
  • जौहर खुलना – भेद का पता लगना
  • नौ-दो ग्यारह होना – रफू चक्कर होना
  • तिलांजलि दे दी – पूर्णतः मुक्त होना
  • लंगोटी में फाग – दरिद्रता में आनंद मनाना
  • खुन पानी होना – कोई असर न होना
  • माथा ठनकाना – अनिष्ट की आशंका होना
  • ठीकरा फूटना – किसी के सर झूठा दोष लगाना
  • अंधेर नगरी – अन्याय की जगह
  • कौड़ी को न पूछना – निकम्मा होना
  • तालु में जीभ न लगना – चुप न रहना
  • हाथ पीले करने – विवाह करने का
  • आँखों का तारा – बहुत प्रिय

20 प्रसिद्ध लोकोक्तियाँ | Famous Proverbs in hindi

  • बाप बड़ा न भैया, सबसे बड़ा रुपैया- संसार में पैसे का महत्व सर्वाधिक है।
  • यह मुहँ और मसूर की दाल – अपनी हैसियत से अधिक बातें करना।
  • रोपे पेड़ बबूल का आम कहाँ से होय – जो जैसा करता है उसे वैसा ही फल मिलता है।
  • सदा नाव कागज की बहती नहीं – धोखेबाजी ज्यादा दिन नहीं चलती।
  • नेकी कर दरिया में डाल – नेकी करके भूल जाना चाहिए।
  • काठ की हाँडी बार – बार नही चढ़ती – छल कपट का व्यवहार हमेशा नहीं चलता
  • आये थे हरिभजन को ओटन लगे कपास – किसी कार्य विशेष की उपेक्षा कर किसी अन्य कार्य में लग जाना
  • घाट – घाट का पानी पीना – बहुत अनुभवी होना
  • जहाँ न पहुँचे रवि वहाँ पहुँचे कवि – कवि के लिए कुछ भी अगम्य नहीं
  • पुचकारता कुत्ता सिर चढ़े – ओछे लोग मुँह लगाने पर अनुचित लाभ उठाते हैं
  • ऊँट की चोरी निहुरे-निहुरे – प्रकट हो जाने वाले काम को छुपछुपकर करना
  • एक तवे की रोटी क्या छोटी, क्या मोटी – किसी प्रकार का भेदभाव नहीं है
  • कमरी ओढ़ने से कोई फकीर नहीं होता – ऊपरी दिखावे से दोष नहीं छुपते
  • करमहीन खेती करे, बैल मरे या सूखा पड़े – दुर्भाग्य होने पर सभी काम बिगड़ते हैं
  • तोते की तरह आँखे फेरना – पुराने सम्बन्धों को एकदम भुला देना
  • मखमली जूते मारना – मीठी बातों से लज्जित करना
  • हथेली पर सरसों जमाना – काम इतनी जल्दी नहीं हो जाता
  • दिन को दिन रात को रात न समझना – कोई बड़ा काम करते समय अपने सुख आराम का कुछ भी ध्यान न रखना
  • कूद-कूद मछली बगुले को खाय – पूर्णतः प्रतिकूल काम को करना
  • कोठी वाला रोवै, छप्परवाला सोवै – बहुत अधिक धन चिन्ता का कारण होता है।
  • खरी मजूरी चोखा काम – नकद पारिश्रमिक देने से ही काम अच्छा होता है।

निष्कर्ष – तो दोस्तों आपने इस लेख में मुहावरे और लोकोक्तियाँ के बारे में जाना साथ ही Muhavare aur Lokoktiyan mein antar kya hai इससे जुडी लिस्ट भी दी गयी है जिससे आपको दोनों में फर्क समझ में आ जाये। उम्मीद करते है यह लेख आपको पसंद आया होगा। पूरा लेख पढ़ने के लिए धन्यवाद।

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मुहावरे को और क्या बोलते है ?

कुछ लोग मुहावरे को ‘रोज़मर्रा‘, ”, या ‘इस्तलाह’ भी कहते हैं पर यह पूर्ण पर्यायवाची नहीं है।

मुहावरे कितने प्रकार के होते है ?

चार

लोकोक्ति को और किस नाम से जानते है ?

लोकोक्ति को कहावत भी कहते हैं।

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